गोड्डा में विकास की संभावनाओं पर चर्चा का आयोजन

Feb 13, 2024 - 01:59
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गोड्डा में विकास की संभावनाओं पर चर्चा का आयोजन
गोड्डा में विकास की संभावनाओं पर चर्चा का आयोजन

राजकीय गणतंत्र मेला महोत्सव के उपलक्ष्य में आज  प्रमंडलीय वन पदाधिकारी के कार्यलय सभागार में गोड्डा में संभावनाओं के विविध क्षेत्र एवं भविष्य के विषय पर चर्चा परिचर्चा का कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के दौरान  उपायुक्त महोदय ,गोड्डा श्री जिशान कमर ,पुलिस अधीक्षक ,गोड्डा श्री  नाथू सिंह मीना, डिविजनल फॉरेस्ट ऑफिसर श्रीमौन प्रकाश,अनुमंडल पदाधिकारी ,गोड्डा श्री वैद्यनाथ उरांव, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी गोड्डा श्री अविनाश कुमार सहित अन्य गणमान्य मौजूद रहे।  उक्त कार्यक्रम के दौरान जिला में विकास की संभावनाओ पर चर्चा को लेकर उपायुक्त महोदय गोड्डा के द्वारा बताया गया कि आज के कार्यक्रम में जितने भी विन्दुओं पर चर्चा की गई उस पर जिला  प्रशासन अमल करेगी। कार्यक्रम में वन प्रमंडल पदाधिकारी श्री मौन प्रकाश एवं जिला जनसंपर्क पदाधिकारी के द्वारा  अतिथियों का स्वागत किया गया। कार्यक्रम शुरू करते हुए वन्य क्षेत्र में जिला में संभावनाओं पर चर्चा की गई।कार्यक्रम के दौरान डिविजनल फॉरेस्ट ऑफीसर श्री मौन प्रकाश के द्वारा  जिले में पाए जाने वाले बिच्छू की प्रजाति उनके संरक्षण पर चर्चा के साथ बताया गया की जिला में जल्द ही सांप के प्रति जागरूकता का अभियान चलाया जायेगा। हर सांप जहरीला नहीं होता है, उन्हें मरना नहीं चाहिए।

हर जीव प्राकृतिक संतुलन के लिए आवश्यक होता है। उन्होंने बताया कि गोड्डा बायो डाइवर्सिटी पार्क में प्रकृति वाख्य्सा केंद्र खुलेगा जिसका अर्किटेकचर तितली के आकर का होगा, किट पतंगों का भी पार्क गोड्डा में खुलेगा इसके अलावा जिला भर में 60  एको पार्क का निर्माण करने का लक्ष्य है। कोलकाता से आए रिसर्चर अर्जुन बासुराय ने तितलियों के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया की जिस क्षेत्र में तितली ज्यादा है वहां प्रदुषण कम है। इसके बाद कृषि विज्ञानं केंद्र के वैज्ञानिक दीपक चौरसिया ने गोड्डा में खेती की संभावनाओं के बारे में विस्तृत चर्चा की। उन्होंने बताया  की गोड्डा में किसानों को कैसे मल्टी टियर खेती करने से लाभ हो सकता है। कला, संस्कृति, साहित्य, खेलकूद मामले में सुरजीत झा ने अपने सुझाव चर्चा में रखे जिसमे महतवपूर्ण है गोड्डा में टाउनहाल की स्थिति में सुधार, कला एवं संस्कृति में के क्षेत्र में सुधार आदि है। आदिवासी भाषा के ज्ञानी परीक्षित मंडल ने लुप्त हो रही पहाड़िया संस्कृति के बारे में लोगो को अवगत कराया। पहाड़िया जनजाति बहुत पुरानी है लकिन ना इसकी संस्कृति को इतिहास में संजो कर रखा ना ही इसपर चर्चा हुई। अन्य वक्ताओं ने भी गोड्डा में शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन, युवा, खेलकूद मामले में अपने सुझाव रखे। डीएफओ मौन प्रकाश ने सभी का उत्तर देने के साथ अहम् विन्दुओं  को सुचिबद्ध किया और कहा की प्रशासन  इन सब पर कार्य करेगा।

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