$4 Trillion Market Cap: भारतीय बाजार का नया 'इतिहास', बीएसई के बाद एनएसई का एमकैप 4 ट्रिलियन डॉलर के पार
भारतीय शेयर बाजार इन दिनों रिकॉर्डों के अजेय रथ पर सवार है. बाजार में जबरदस्त रैली देखी जा रही है और यह बुल रन इस कदर शानदार है कि दोनों प्रमुख शेयर बाजार लगातार नए-नए रिकॉर्ड बनाते जा रहे हैं.
1 दिसंबर को बना एनएसई का रिकॉर्ड
एनएसई इंडिया ने रविवार को एक बयान में बताया कि उसके प्लेटफॉर्म पर लिस्टेड भारतीय कंपनियों का सम्मिलित बाजार पूंजीकरण अब 4 ट्रिलियन डॉलर के पार निकल गया है. एनएसई इंडिया के अनुसार, यह रिकॉर्ड 1 दिसंबर को बना, जब एनएसई के निफ्टी 50 इंडेक्स ने 20,291.55 अंक का नया ऐतिहासिक उच्च स्तर बनाया. 1 दिसंबर को निफ्टी 50 इंडेक्स के अलावा निफ्टी 500 इंडेक्स ने भी 18,141.65 अंक का ऐतिहासिक उच्च स्तर बनाया था.
शानदार साबित हुआ है साल 2023
भारतीय शेयर बाजार के लिए यह साल शानदार साबित हो रहा है. पिछले कुछ महीनों के दौरान दोनों प्रमुख शेयर बाजारों बीएसई और एनएसई ने कई रिकॉर्ड बनाए हैं. सेंसेक्स और निफ्टी इस दौरान लगातार नई ऊंचाइयों पर पहुंचा है. अभी भी घरेलू बाजार में जबरदस्त रैली देखी जा रही है. घरेलू बाजार लगातार पांच सप्ताह से मजबूत हो रहा है.
इस तरह से रैली के रथ पर बाजार
बीते 5 सप्ताह के दौरान सेंसेक्स करीब 3,700 अंक (करीब 6 फीसदी) मजबूत हुआ है. पिछले सप्ताह के दौरान एनएसई पर सभी प्रमुख 13 सेक्टरों में तेजी दर्ज की गई. मिडकैप में भी रिकॉर्ड तेजी दर्ज की गई. इसका इंडेक्स लगातार 15 सेशन में मजबूत हो चुका है. नवंबर महीने में मिडकैप में 10.4 फीसदी की तेजी आई है. इसी तरह स्मॉलकैप का इंडेक्स नवंबर महीने में 12 फीसदी मजबूत हुआ है.
बीएसई ने चंद दिनों पहले बनाया रिकॉर्ड
इससे कुछ ही दिन पहले बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप 4 ट्रिलियन डॉलर के पार निकला है. बीएसई ने यह कीर्तिमान 29 नवंबर को हासिल किया. बीएसई और एनएसई के लिए यह इतिहास का पहला मौका है, जब उनकी लिस्टेड कंपनियों का सम्मिलित एमकैप 4-4 ट्रिलियन डॉलर के पार निकला है. इसके साथ ही दोनों एक्सचेंजों की एंट्री उन चुनिंदा ग्लोबल स्टॉक एक्सचेंज के क्लब में हो गई है, जिनकी कंपनियों का एमकैप 4 ट्रिलियन डॉलर से ज्यादा है.
जीडीपी के मोर्चे पर भी उत्साह
एनएसई और बीएसई की कंपनियों का मार्केट कैप ऐसे समय में 4 ट्रिलियन डॉलर के पार निकला है, जब भारत की अर्थव्यवस्था का आकार भी 4 ट्रिलियन डॉलर के स्तर को पार करने की दहलीज पर है. अभी भारत की जीडीपी का साइज साढ़े तीन से 4 ट्रिलियन डॉलर के बीच है. ऐसा अनुमान है कि भारत 2027 तक जर्मनी और जापान को पीछे छोड़कर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा और 2050 तक जीडीपी का साइज 45 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है.
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