मधुसुदन राय, एक सफल किसान की Success Story
मधुसुदन राय, जो एक किसान है जिन्होंने धनबाद के उद्यान विभाग से सब्जी के बीज प्राप्त कर अपनी भूमि पर जैविक खेती कर रहे हैं। इससे उनकी प्रतिदिन की आमदनी 700 से 800 रुपये हो रही है और मासिक आमदनी 10000-12000 रुपये हो रही है। वे जैविक खेती के प्रति समर्पित हैं और अन्य किसानों को भी प्रोत्साहित करते हैं।
ये कहानी नहीं सच्चाई है आइये आज बात करते है एक छोटे से गाँव बड़तोल के बारे में जो धनबाद में है। वहां के एक किसान मधुसुदन राय की कहानी है एक अद्वितीय संघर्ष और समर्पण का एक उदहारण है। जब उन्होंने अपनी 1 एकड़ जमीन में से मात्र 10 दिसिमल पर सब्जी की खेती शुरू की, तो उनका एक ही लक्ष्य था - अपने परिवार का सही तरह से पालन-पोषण करना।
जब उनको पता चला की धनबाद के उद्यान विभाग से संपर्क कर अनुदान पर सब्जी के बीज प्राप्त कर सकते हैं। उन्होंने इस अवसर को हाथ से जाने नहीं दिया और अपनी जमीन पर सब्जी की खेती शुरू की।
आज, उनकी मेहनत रंग लाई है। प्रतिदिन वे 700 से 800 रुपये कमा रहे हैं और मासिक आमदनी 10000-12000 रुपये हो रही है। उनकी सफलता की कहानी ने अन्य किसानों को भी प्रेरित किया है और वे भी अब उद्यान विभाग से संपर्क कर विभिन्न योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं।
श्री मधुसुदन राय की यह सफलता की कहानी उनके परिश्रम और समर्पण का प्रतीक है। उन्होंने दिखाया कि सही मार्गदर्शन और सख्त मेहनत से किसी भी मुश्किल को पार किया जा सकता है। उनकी जैविक खेती की प्रतिबद्धता ने भी दिखाया कि कैसे प्राकृतिक तरीके से भी अच्छी उपज हो सकती है।
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