झारखंड में राज्यपाल की भूमिका पर उठे सवाल, कौन हैं वे दो विधायक?
झारखंड में नई सरकार के गठन में देरी और पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के मामले में राज्यपाल और राजभवन की भूमिका पर सत्ताधारी दलों ने सवाल उठाए हैं।
राज्यपाल की भूमिका पर सवाल
राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने दावा किया कि नई सरकार के गठन के विरोध में दो विधायकों ने राजभवन से संपर्क साधा था। इस बयान ने झारखंड की राजनीति में नई चर्चा को जन्म दिया है।
सत्ताधारी दलों का स्टैंड
प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने राज्यपाल के बयान को 'भटकाने वाली बात' कहा और जोर देकर कहा कि राज्यपाल को इतनी हल्की बात नहीं करनी चाहिए। उन्होंने राज्यपाल की भूमिका की जांच के प्रस्ताव पर भी सवाल उठाए।
राज्यपाल ने दिया जांच का प्रस्ताव
राज्यपाल ने अपनी भूमिका की जांच का प्रस्ताव दिया, जिससे उनके बयान के बाद उठे सवालों का समाधान हो सके। इस प्रस्ताव ने राजनीतिक गलियारों में व्यापक चर्चा को जन्म दिया है।
राज्यपाल और राजभवन की भूमिका पर उठे सवालों ने झारखंड की राजनीति में नई बहस को जन्म दिया है, और सत्ताधारी दलों ने इस मामले में अपनी चिंताएं व्यक्त की हैं।
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