रांची स्मार्ट सिटी धनबाद क्लब में इन्वेस्टर्स मीट का आयोजन
रांची स्मार्ट सिटी के विकास में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए धनबाद क्लब में इन्वेस्टर्स मीट का आयोजन हुआ। इस इन्वेस्टर्स मीट में चौथे चरण की ई-ऑक्शन प्रक्रिया और स्मार्ट सिटी के विकास की योजना के बारे में पूरी जानकारी दी प्रदान की गई। निवेशकों को विभिन्न सुविधाओं और अवसरों के बारे में भी बताया गया।
रांची स्मार्ट सिटी : चौथे चरण के ई - ऑक्शन को लेकर इन्वेस्टर्स मीट आयोजित
रांची स्मार्ट सिटी के विकास में बने भागीदार - श्री अमित कुमार
भविष्य के बिजनेस प्लान को साकार करने का सुनहरा अवसर - उपायुक्त
चौथे चरण में 36 प्लॉट्स का होना है ई ऑक्शन
रांची के धुर्वा क्षेत्र में 656 एकड़ जमीन पर विकसित हो रही रांची स्मार्ट सिटी में झारखंड के निवेशकों को ज्यादा से ज्यादा मौका मिले इसके लिए रांची स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन ने आज धनबाद क्लब में एक इन्वेस्टर्स मीट का आयोजन किया।
इस अवसर पर रांची स्मार्ट सिटी कॉरपोरेशन के सीईओ श्री अमित कुमार ने धनबाद के निवेशकों से रांची स्मार्ट सिटी के विकास में भागीदार बनने का आग्रह करते हुए कहा कि निजी इन्वेस्टमेंट से इस भूखंड का विकास करना राज्य सरकार का उद्देश्य है। इसलिए यहां आवासीय भूखंड से एक तिहाई मूल्य पर इंवेस्टर को जमीन उपलब्ध कराई जा रही है। यह लोगों की आकांक्षा और अपेक्षा को पूरा करेगा।
उन्होंने कहा कि रांची स्मार्ट सिटी ने चौथे चरण की ई - ऑक्शन की प्रक्रिया शुरू की है। इसके तहत इसमें भाग लेने के लिए 7 अक्टूबर तक बीड सबमिशन किया जा सकेगा। इस चरण में कुल 36 प्लॉट्स है। जिसमें इंस्टीट्यूशनल, कमर्शियल, मिक्स यूज, पब्लिक व सेमी पब्लिक प्रकृति के बड़े प्लॉट्स उपलब्ध हैं। इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टमेंट को प्राथमिकता देने के लिए 21% भूखंड रखा गया है।
प्रोजेक्ट को ग्रीनफील्ड के रूप में विकसित करने के लिए 37% जमीन ग्रीन एरिया के लिए रखी गई है। पूरी 656 एकड़ जमीन आपस में जुड़ी हुई है। यहां पर कई तरह की संरचनाएं बनकर तैयार है। इसमें कनेक्टेड सड़क, साइकिल ट्रैक, स्मार्ट स्ट्रीट लाइट, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट, 12 एमएलडी का वाटर रेजर्वर, गैस इंसुलेटेड पावर स्टेशन के साथ एक शहर की सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध रहेगी। स्मार्ट सिटी में अंडरग्राउंड वायरिंग, ड्रेनेज सिस्टम, गैस पाइपलाइन, ओपटिकल फाइबर के अलावा भविष्य को देखते हुए एक्स्ट्रा डक्ट भी रखा गया है।
उन्होंने बताया कि इसके ई - ऑक्शन में भाग लेने की प्रक्रिया सरल एवं पारदर्शी है। भुगतान का तरीका भी लचीला है। इन्वेस्टर को 5 साल में वहां काम करके दिखाना है। इंवेस्टर के कार्य को सरल और सुचारू रूप से संपन्न करने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम लागू की गई है।
इन्वेस्टर्स को संबोधित करते हुए उपायुक्त श्री वरुण रंजन ने कहा कि भविष्य के बिजनेस प्लान को साकार करने का स्मार्ट सिटी रांची में सुनहरा अवसर मिलेगा। बिजनेस हब के लिए यह एक डेडीकेटेड शहर बनेगा। एक स्थान पर सारा सहयोग उपलब्ध रहेगा।
उपायुक्त ने कहा कि रांची स्मार्ट सिटी में ऑर्गेनाइज्ड ग्रोथ देखने को मिलेगा। यहां तीव्र गति से विकास होगा। स्मार्ट सिटी में आधुनिक स्टेट ऑफ द आर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार होंगे। इन्वेस्टर्स को पहले दिन से ही सभी प्रकार का सहयोग प्रदान किया जाएगा।
वरीय पुलिस अधीक्षक श्री संजीव कुमार ने कहा कि रांची स्मार्ट सिटी वर्ल्ड क्लास सिटी बन रहा है। यहां आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल से संपूर्ण क्षेत्र में सुरक्षा के इंतजाम रहेंगे। इंटीग्रेटेड कमांड सेंटर से पूरे क्षेत्र में विशेष नजर रखी जाएगी।
रांची स्मार्ट सिटी के महाप्रबंधक श्री राजेश कुमार नंद ने कहा कि अभी ई - एक्शन का चौथा चरण चल रहा है। रांची को नॉलेज हब के रूप में विकसित करना स्मार्ट सिटी का उद्देश्य है। यह 1000 करोड़ रुपए की योजना है। इसमें केंद्र एवं राज्य सरकार की 50 - 50 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
स्मार्ट सिटी के विकास पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि यहां से दो नदियां पार कर रही है जिसके किनारे रिवर फ्रंट विकसित किया जाएगा। ग्रीनफील्ड एरिया तैयार करने के लिए तीन लाख पौधा रोपण किया जा रहा है। इसके अलावा स्मार्ट सिटी में इको पार्क, कमर्शियल पार्क, सीनियर सिटीजन एरिया, इंटेलीजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम, पब्लिक बाइसिकल शेयरिंग सिस्टम के अलावा सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध रहेगी। अबतक के तीन चरण के ई - ऑक्शन प्रक्रिया में करीब एक दर्जन बड़े प्लॉट्स का ऑक्शन हो चुका है।
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