कोडरमा भ्रष्टाचार मामला: सहायक निबंधक मितली शर्मा को दस हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार
हजारीबाग (झारखंड) के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) द्वारा किये गए जांच में पाया गया है कि मिताली शर्मा ने अपनी पहली पोस्टिंग के दौरान कोडरमा व्यापार सहयोग समिति से ₹10,000 रुपये की रिश्वत
हज़ारीबाग (झारखंड) के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने एक सरकारी अधिकारी मिताली शर्मा को उनकी पहली पोस्टिंग में कोडरमा व्यापार सहयोग समिति से ₹10,000 रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया है। कुछ महीने पहले उनकी नियुक्ति सहकारिता विभाग में सहायक निबंधक के पद पर हुई थी।
हजारीबाग के बड़ा बाजार की रहने वाली मिताली शर्मा (पिता मुकेश शर्मा) अपने कार्यालय कक्ष में ही कोडरमा व्यापार मंडल सहयोग समिति लिमिटेड के प्रबंध समिति के सदस्य रामेश्वर प्रसाद यादव से रिश्वत ले रही थीं. मिताली शर्मा को गिरफ्तार करने के बाद एसीबी अपने साथ हजारीबाग ले गई
जानकारी के अनुसार रामेश्वर प्रसाद यादव ने एसीबी को एक आवेदन दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि वे कोडरमा व्यापार मंडल सहयोग समिति लिमिटेड के प्रबंध समिति के सदस्य हैं. कोडरमा व्यापार मंडल बीज वितरण को लेकर नोडल एजेंसी है. 16 जून 2023 को सहयोग निबंधक मिताली शर्मा ने व्यापार मंडल का निरीक्षण किया था. निरीक्षण के बाद इन्होंने स्पष्टीकरण मांगा. इस संबंध में जब वे सहायक निबंधक से मिलने गए तो मैडम बोलीं कि स्पष्टीकरण से बचना है तो 20 हजार रुपये देना होगा. वे घूस देना नहीं चाहते थे इसलिए आवश्यक कार्रवाई को लेकर पुलिस अधीक्षक एसीबी हजारीबाग को आवेदन दिया. ऐसे में आवेदन के संबंध में सत्यापन के बाद एसीबी हजारीबाग थाना कांड संख्या 05/23 दर्ज किया गया़ इसके बाद एसीबी हजारीबाग के दंडाधिकारी की मौजूदगी में ट्रैप टीम ने शुक्रवार को मिताली शर्मा को दस हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया़
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