उपायुक्त की अध्यक्षता में DMFT प्रबंधकीय समिति की बैठक
शिक्षा विभाग के माध्यम से, प्रत्येक पंचायत में पंचायत ज्ञान केंद्र योजना के तहत पुस्तकालय निर्माण की योजना को मॉडल स्टीमेट के तहत काम करने के लिए पूरी तैयारी की गई और उसके लिए योजना पर अमल करने का निर्देश दिया गया।
डीएमएफटी (जिला मुख्यालय विकास प्रशासनिक अधिकारी) प्रबंधकीय समिति की अध्यक्षता वाली बैठक सफलतापूर्वक आयोजित की गई। इस बैठक में विभिन्न विषयों पर योजनाओं की मंजूरी दी गई, जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला और बाल कल्याण, सड़कों, पुलों, पथों, और पुलियों के निर्माण से संबंधित योजनाएं। प्रबंधकीय समिति ने स्वास्थ्य सेवाओं के सुधार के लिए पारा चिकित्सा कर्मियों की भर्ती के लिए विज्ञापन जारी करने के निर्देश दिए और सिविल सर्जन को रोस्टर क्लियरेंस कार्य को तत्परता से पूरा करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही, बरकट्ठा नगर परिषद को बाउंड्री वॉल, पेवर पथ, और बेंच जैसे निर्माण योजनाओं के प्रस्ताव को मंजूरी देने का निर्देश दिया गया। चरही पीएचसी में जर्जर स्टॉफ क्वार्टर का निर्माण और उसकी ध्वस्तीकरण के संबंध में नया स्टॉफ क्वॉर्टर का निर्माण करने की मंजूरी दी गई।
शिक्षा विभाग के माध्यम से, प्रत्येक पंचायत में पंचायत ज्ञान केंद्र योजना के तहत पुस्तकालय निर्माण की योजना को मॉडल स्टीमेट के तहत काम करने के लिए पूरी तैयारी की गई और उसके लिए योजना पर अमल करने का निर्देश दिया गया।
डीएमएफटी द्वारा मंजूरी प्राप्त कराई गई संरचनाओं के तहत, लगभग 436 आंगनवाड़ी केंद्रों के निर्माण कार्य की मंजूरी दी गई। उपायुक्त ने कहा कि आंगनवाड़ी केंद्र के निर्माण हेतु चयनित स्थान पोषक क्षेत्र में होना चाहिए और इसे सुनिश्चित करने के लिए संबंधित अंचलाधिकारियों के साथ सहयोग करें। साथ ही, आंगनवाड़ी केंद्रों के मॉडलिंग कार्यों को भी गुणवत्ता के साथ तेजी से पूरा करने का निर्देश दिया गया। इसके अलावा, उपायुक्त ने स्थानीय समाचार पत्रों में प्रकाशित खबर के माध्यम से जानकारी प्राप्त की और डाडीधाघर पुरनपनिया में 3.2 किलोमीटर ग्रामीण सड़क के निर्माण कार्य की मंजूरी दी गई।
इसके साथ ही, उपायुक्त ने स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, आधारभूत संरचना आदि के लिए डीएमएफटी द्वारा चयनित योजनाओं को निर्धारित समय में गुणवत्ता के साथ पूरा करने के लिए विभागीय अधिकारियों को योजनाओं का निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उपायुक्त ने कहा कि यदि किसी योजना में असामाजिक तत्व या किसी व्यक्ति द्वारा किसी प्रकार का व्यवधान किया जाता है, तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। विभागों के अधिकारियों को भी सौंपा गया कि वे अपने विभाग या संस्थान के लिए डीएमएफटी द्वारा निर्मित संरचनाओं और संसाधनों का उपयोग करें और इसके माध्यम से लक्षित समूहों तक लाभ पहुंचाएं।
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