किसान आंदोलन में खालिस्तानी तत्वों की घुसपैठ की आशंका
खुफिया विभाग ने आगाह किया है कि खालिस्तानी आतंकवादी किसान आंदोलन का फायदा उठाकर गड़बड़ी फैलाने की कोशिश कर सकते हैं। सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं।
खालिस्तानी तत्वों की घुसपैठ की आशंका
सोशल मीडिया पर सिख फॉर जस्टिस (SFJ) प्रमुख और खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू के एक नवीनतम वीडियो में आंदोलनकारी किसानों को भड़काने के बाद सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर आ गई हैं। पन्नू ने लोगों से 'मोदी की राजनीति' को खत्म करने और किसानों की रैली में खालिस्तानी झंडे लहराने का आह्वान किया है।
सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर
हरियाणा और उत्तर प्रदेश के साथ दिल्ली की सीमा पर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात सुरक्षा एजेंसियों को खुफिया जानकारी के बाद हाई अलर्ट पर रखा गया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि खालिस्तानी समर्थक अराजकता फैलाने और सुरक्षा बलों पर हमला करने की कोशिश कर सकते हैं।
पिछले आंदोलनों में भी खालिस्तानी संलिप्तता
2020-21 के किसान आंदोलन के दौरान कुछ घटनाओं में खालिस्तानी कार्यकर्ताओं की संलिप्तता सामने आई थी। 2021 के गणतंत्र दिवस पर लाल किले की हिंसा में भी SFJ कार्यकर्ता और समर्थक शामिल थे।
सुरक्षा एजेंसियों और पुलिस ने किसान आंदोलन पर कड़ी नजर रखी है और असामाजिक तत्वों द्वारा अशांति पैदा करने की किसी भी कोशिश को रोकने के लिए तैयार हैं।
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