35,000 करोड़ की संपत्ति, फिर भी सादगी से भरा जीवन, कम लोग ही जानते इनका नाम
Success Story: पिछले कुछ वर्षों में भारत में कई महिला उद्यमियों ने बड़ा नाम कमाया है, लेकिन आज ये महिलाएं जिस मकाम पर हैं उसके लिए उन्होंने वर्षों तक संघर्ष किया है. देश के लाखों युवा उद्यमियों को प्रेरणा देने वाली ऐसी ही एक महिला हैं ज़ोहो कॉरपोरेशन की को-फाउंडर राधा वेम्बू.
डीएनए की रिपोर्ट के अनुसार, राधा वेम्बू की संपत्ति ₹34,900 करोड़ बताई जाती है. इस लिहाज से वे भारत के सबसे धनी व्यक्तियों की सूची में 40वें स्थान पर आ गई हैं. राधा वेम्बू, जानकी हाई-टेक एग्रो, एक कृषि एनजीओ और हाईलैंड वैली नामक एक रियल एस्टेट कंपनी की निदेशक भी हैं.
भाई-बहनों ने कर दिया परिवार का नाम रोशन
राधा और श्रीधर वेम्बु के पिता मद्रास हाईकोर्ट में स्टेनोग्राफर थे. बेहद मध्यवर्गीय परिवार से निकलकर राधा वेम्बू और श्रीधर वेम्बू ने अपनी खास पहचान बनाई. आईआईटी मद्रास से इंडस्ट्रियल मैनेजमेंट में ग्रेजुएशन करने के बाद राधा वेम्बू 1997 में ज़ोहो में शामिल हो गईं. टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के प्रति अपने झुकाव के कारण धीरे-धीरे कंपनी में आगे बढ़ती गईं. राधा वेम्बू की संपत्ति मुख्य रूप से चेन्नई स्थित मल्टीनेशनल टेक्नोलॉजी कंपनी ज़ोहो कॉर्पोरेशन में उनकी सबसे बड़ी हिस्सेदारी से आती है. कंपनी के सीईओ श्रीधर वेम्बू के पास सिर्फ 5 फीसदी हिस्सेदारी है लेकिन राधा वेम्बू 47 स्टैक रखती हैं. राधा वेम्बू के भाई श्रीधर वेम्बू खुद अपने संघर्ष, सफलता और सादगी के लिए जाने जाते हैं.
राधा वेम्बू की लीडरशिप में ज़ोहो ने अपने प्रोडक्ट पोर्टफोलियो में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी. मौजूदा समय में जोहो 180 देशों में विभिन्न व्यावसायिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए टेक्नोलॉजी सर्विस मुहैया कराता है. राधा वेम्बू बिजनेस के साथ अपनी सामाजिक जिम्मेदारी के लिए भी जानी जाती हैं. उन्होंने एजुकेशन के क्षेत्र में युवा को सशक्त बनाने के लिए विभिन्न शैक्षिक कार्यक्रमों और छात्रवृत्तियों को लेकर बड़ी पहल की है.
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